आखिर देश के लोगों के उपभोग की वस्तुओं में ऐसी बेलादाद वृद्धि क्यों हुई है ? यह क्या वजह है कि आये दिन नये टूथपेस्ट , नये केश तेल , और नये रि - फिल पेन लोगों को प्रस्तुत किये जा रहे हैं ? स्पष्ट है बाजार की बहुत बड़ी रुचि वस्तुओं की बिक्री में है और यही आधुनिकता का लक्षण है । आदमी , औरत और बच्चों के पौशाक के उपभोग भी बदल गये हैं । इनमें आधुनिकता के कारण सजातीयता आने लगी है । स्त्रियों की पोशाक में तो यह सजातीयता बहुत बढ़ गई है । सलवार - कमीज जो पहले केवल पंजाबी स्त्रियों की पोशाक थी , सारे देश की स्त्रियों की पोशाक हो गई है । पिछले दिनों में सौन्दर्य प्रसाधन ( Cosmetic ) सामग्री की व्यापकता इतनी बढ़ी है कि अब गांवों में ब्यूटी पार्लर खुल गये हैं और नहाने के साबुन तथा रंग - रोगन का उपभोग सामान्य जन तक होने लगा है । मध्यम वर्ग के लोग अधिकाधिक रूप से डिजाइनर पोशाकों को पहनने लगे हैं , सुगन्धित साबुन का प्रयोग करने लगे हैं , नित नई वस्तुओं के प्रयोग में रुचि रखने लगे हैं । आधुनिकता की परिभाषा आधुनिकता की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए समाजशास्त्रियों ने इसे परिभाषित किया है म...
यह blog समाजशास्त्र विषय से सम्बंधित है इससे आपको B.A ,M.A, तथा UGC NET in sociology में काफी help मिलेगी।