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अवधारणा (concept)

 अवधारणा किसे कहते है? (What is a concept?)

अवधारणा का अर्थ , महत्त्व एवं उपयोगिता किसी भी वैज्ञानिक अध्ययन में तथ्य तथा सिद्धान्त की भाँति अवधारणा का भी अपना विशेष महत्त्व होता है । अबधारणा के द्वारा एक सम्पूर्ण स्थिति को अतिसंक्षिप्त तौर पर एक - दो शब्दों में ही व्यक्त किया जा सकता है । जाति , प्रजाति , समाज , संस्कृति , जनमत , प्रचार , नेतृत्व आदि विभिन्न अवधारणाओं के माध्यम से अलग - अलग परिस्थिति को अति संक्षेप में प्रकट किया जा सकता है और जाना जा सकता है । 

अवधारणा की परिभाषा ( definition of concept )

सैरेज के अनुसार , “ अवधारणाएँ वे शब्द अथवा संकेत होते हैं जो सिद्धान्त को शब्दावली प्रदान करते हैं तथा उसकी अध्ययन वस्तु को प्रकट करते हैं । " 

मिचैल के शब्दों में , अवधारणा एक विवरणात्मक गुण अथवा सम्बन्ध की ओर संकेत देने वाला पद है । " 

श्रीमती पी.वी. यंग ने लिखा है कि , तथ्यों के प्रत्येक नए वर्ग , जिसे कि अन्य वर्गों से निश्चित विशेषताओं के आधार पर पृथक् कर लिया गया हो , एक नाम , एक लेबल दे दिया जाता है जो संक्षेप में अवधारणा कहलाता है । वास्तव में एक अवधारणा तथ्यों के एक वर्ग या समूह की एक संक्षिप्त परिभाषा है । " 

फेयर चाइल्ड के अनुसार , “ अवधारणाएँ वे विशिष्ट , मौखिक संकेत होते हैं जो कि वैज्ञानिक निरीक्षण एवं चिन्तन के आधार पर निकाले गए सामान्यीकृत विचारों को देते हैं । 

अवधारणा का महत्व एवं उपयोगिता 

अवधारणा हमारे अध्ययन को केन्द्रित बनाती है और इसे व्यर्थ में इधर - उधर भटकने नहीं देती है । अवधारणा परिस्थिति का स्वयं एक संक्षिप्त रूप होती है , इस दृष्टि से सारी परिस्थिति या प्रक्रिया को दो - एक शब्दों द्वारा सरलता व सफलता से समझाया जा सकता है । उदाहरणार्थ , आज युवा वर्ग में बड़े पैमाने पर सामान्य तौर पर बेचैनी दिखलाई पड़ रही है , ये लोग प्रचलित मान्यताओं व मूल्यों का विरोध कर रहे हैं , शैक्षणिक क्षेत्र में अपने असन्तोष को तोड़ - फोड़ , आन्दोलन , घरना आदि के रूप में प्रकट कर रहे हैं । इस सम्पूर्ण स्थिति को युवा अशान्ति ' की अवधारणा द्वारा समझाया जा सकता है । 

अवधारणा तथ्यों के एक वर्ग या समूह की विशेषताओं को समझने , अध्ययन करने एवं उन्हें व्यवस्थित तौर पर पृथक करने में सहायता देती है । वास्तव में तथ्यों के एक वर्ग या समूह मेंपाई जाने वाली विशेषताओं को एक नाम दे देने से विचार आगे बढ़ सकता है और उस पर पुनः चिन्तन व मनन किया जा सकता है । अतः विचारों को विकसित करने एवं जाँच करने की दृष्टि से अवधारणाओं का निर्माण आवश्यक व महत्त्वपूर्ण है ।


अवधारणा की विशेषताएँ

• अवधारणा किसी व्यवहार अथवा प्रतिमान की सम्पूर्ण व्याख्या नहीं होती , उसका संकेत मात्र होती है । 

• अवधारणा ही वह मुख्य आधार है जिसकी सहायता से उपयोगी परिकल्पनाओं का निर्माण किया जाता है । 

• अवधारणा का निर्माण वैज्ञानिक चिन्तन के आधार पर होता है । 

• अवधारणा में आवश्यकतानुसार परिवर्तन होता रहता है । 

• अवधारणा का केवल सारांश नहीं होता है ।



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